छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा हेतु संरचना और विषयवस्तु :
ऐसा व्यक्ति जो दोनों स्तर (कक्षा 1 से 5 और कक्षा 6 से 8 तक) के लिए शिक्षक बनना चाहता है, को दोनों पेपर्स (प्रथम एवं द्वितीय) में बैठना होगा।
- सभी प्रश्न दो भाषाओं (हिंदी और अंग्रेजी) में पूछे जाएंगे ।
- प्रथम भाषा हिन्दी और द्वितीय भाषा अंग्रेजी होगी ।
- दोनों पेपर के लिए निर्धारित विषय एवं अंक इस प्रकार हैं:-
प्रथम पेपर (कक्षा एक से पाँच तक अध्यापन - पात्रता हेतु) प्राथमिक स्तर
परीक्षा की अवधि 2:30 घण्टे
संरचना एवं सामग्री (सभी विषय अनिवार्य)
- बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र 30 बहु-विकल्पीय प्रश्न 30 अंक
- भाषा - 1 (हिन्दी)30 बहु-विकल्पीय 30 अंक
- भाषा - 2 (अंग्रेजी) 30 बहु-विकल्पीय 30 अंक
- गणित 30 बहु-विकल्पीय 30 अंक
- पर्यावरण अध्ययन 30 बहु-विकल्पीय 30 अंक
कुल -150 बहु-विकल्पीय प्रश्न, 150 अंक
द्वितीय पेपर (कक्षा छः से आठ तक अध्यापन पात्रता हेतु)
उच्च प्राथमिक स्तर परीक्षा की अवधि 2:30 घंटे
संरचना एवं सामग्री (सभी विषय अनिवार्य)
1. बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र (अनिवार्य)30 बहु-विकल्पीय प्रश्न, 30 अंक
2. भाषा - 1 (हिन्दी) 30 बहु-विकल्पीय प्रश्न, 30 अंक
3. भाषा - 2 (अंग्रेजी)30 बहु-विकल्पीय प्रश्न, 30 अंक
विषय आधारित परीक्षा (इनमें से कोई एक)
4. गणित एवं विज्ञान विषय
(गणित और विज्ञान शिक्षक के लिए) 60 बहु-विकल्पीय प्रश्न 60 अंक
5. सामाजिक विज्ञान विषय (सामाजिक विज्ञान शिक्षक के लिए) 60 बहु-विकल्पीय प्रश्न60 अंक
* अन्य कोई विषय शिक्षक हेतु 4 या 5 से कोई भी60 बहु-विकल्पीय प्रश्न 60 अंक
प्रथम पेपर (कक्षा एक से पाँच तक अध्यापन हेतु)
कुल 150 अंक
प्रश्न-पत्र की प्रकृति एवं स्तर
1. बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र
इस विषय से संबंधित प्रश्न 6 से 11 आयु वर्ग के बच्चों के शैक्षिक मनोविज्ञान और उनके सीखने एवं सिखाने की प्रक्रिया आदि की जानकारी पर आधारित होंगे। इस विषय की तैयारी करते समय बच्चों की व्यक्तिगत भिन्नताओं के बारे में समझ और उनकी आवश्यकताओं के आधार पर शिक्षण अधिगम प्रक्रियाओं का निर्धारण कर पाना, कक्षा में सीखने की प्रक्रिया को सफल बनाने हेतु एक बेहतर सुविधादाता के रूप में शिक्षक की भूमिका और विभिन्न प्रकार के कक्षागत अंतः क्रियाओं की जानकारी एवं आधुनिक शिक्षण प्रविधियों, तकनीकों से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे ।
2. भाषा - 1 (हिन्दी)
इस प्रश्नपत्र के माध्यम से शिक्षकों की भाषाई दक्षता, समझ एवं संप्रेषण कौशल के साथ-साथ दैनिक जीवन में भाषा के उपयोग का परीक्षण किया जा सकेगा। विभिन्न विषयों के अध्यापन में उस भाषा की मूलभूत जानकारी होना आवश्यक है जिसको पढ़ाने के माध्यम के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। इस दृष्टिकोण से इस विषय को अनिवार्य विषय के रूप में इस परीक्षा में रखा गया है।
3. भाषा - 2 (अंग्रेजी)
इस प्रश्नपत्र के माध्यम से शिक्षकों की अंग्रेजी में भाषाई कौशल, समझ एवं संप्रेषण कौशल से संबंधित जानकारियों पर आधारित प्रश्न पूछे जा सकेंगे । प्रश्नपत्रों को प्राथमिक कक्षाओं में अध्यापन के स्तर को ध्यान में रखते हुए कक्षा 12 तक के स्तर से तैयार किया जाएगा।
4. गणित एवं विज्ञान
गणित में पूछे जाने वाले प्रश्नों का उद्देश्य इस विषय के सिद्धांतों, समस्याओं एवं इनकी शिक्षाशास्त्रीय समझ की जाँच करना होगा। ये प्रश्न कक्षा 1 से 5 तक के पाठ्यक्रम पर आधारित होंगे। विषय संबंधी विभिन्न पाठ्यवस्तुओं को बच्चों तक किस प्रकार सफलतापूर्वक पहुँचाया जाए और विभिन्न परिस्थितियों में कक्षागत शिक्षण प्रक्रियाओं की जानकारी की समझ आधारित प्रश्न पूछे जा सकेंगे.
5. पर्यावरण अध्ययन
पर्यावरण अध्ययन विषय में पूछे जाने वाले प्रश्नों का उद्देश्य इस विषय के सिद्धांतों, समस्याओं एवं इनकी शिक्षाशास्त्रीय समझ की जाँच करना होगा। ये प्रश्न कक्षा 1 से 5 तक के पाठ्यक्रम पर आधारित होंगे परंतु उनसे जुड़े कक्षा 12 वीं तक के स्तर के प्रश्न पूछे जा सकेंगे। इस प्रश्नपत्र के माध्यम से शिक्षकों के अपने आसपास के वातावरण की जानकारी, उनके माध्यम से बच्चों में विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर समझ एवं अनुप्रयोग की जानकारी देने के कौशल एवं अपने आसपास के पर्यावरण में उपलब्ध विभिन्न संसाधनों का अपनी सूझ के साथ बेहतर उपयोग कर पाने के कौशलों की जाँच की जा सकेगी।
द्वितीय पेपर (कक्षा छः से आठ तक अध्यापन हेतु)
1. बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र
इस विषय से संबंधित प्रश्न 11 से 14 आयु वर्ग के बच्चों के शैक्षिक मनोविज्ञान और उनके सीखने एवं सिखाने की प्रक्रिया आदि की जानकारी पर आधारित होंगे। इस विषय की तैयारी करते समय बच्चों की व्यक्तिगत भिन्नताओं के बारे में समझ और उनकी आवश्यकताओं के आधार पर शिक्षण अधिगम प्रक्रियाओं का निर्धारण कर पाना. कक्षा में सीखने की प्रक्रियाको सफल बनाने हेतु एक बेहतर सुविधादाता के रूप में शिक्षक की भूमिका और विभिन्न प्रकार के कक्षागत अंतः क्रियाओं की जानकारी एवं आधुनिक शिक्षण प्रविधियों, तकनीकों से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे ।
2. भाषा - 1 (हिन्दी)
इस प्रश्नपत्र के माध्यम से शिक्षकों की भाषाई दक्षता, समझ एवं संप्रेषण कौशल के साथ-साथ दैनिक जीवन में भाषा के उपयोग का परीक्षण किया जा सकेगा । विभिन्न विषयों के अध्यापन में उस भाषा की मूलभूत जानकारी होना आवश्यक है जिसको पढ़ाने के माध्यम के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है । इस दृष्टिकोण से इस विषय को अनिवार्य विषय के रूप में इस परीक्षा में रखा गया है ।
3. भाषा - 2 (अंग्रेजी)
इस प्रश्नपत्र के माध्यम से शिक्षकों के अंग्रेजी में भाषाई कौशल, समझ एवं संप्रेषण कौशल से संबंधित जानकारियों पर आधारित प्रश्न पूछे जा सकेंगे । प्रश्नपत्रों को उच्च प्राथमिक कक्षाओं में अध्यापन के स्तर को ध्यान में रखते हुए कक्षा 12 तक के स्तर से तैयार किया जाएगा ।
अन्य विषय
4 विज्ञान एवं गणित
विज्ञान एवं गणित में पूछे जाने वाले प्रश्नों का उद्देश्य इस विषय के सिद्धांतों, समस्याओं एवं इनकी शिक्षाशास्त्रीय समझ की जाँच करना होगा । ये प्रश्न कक्षा 6 से 8 तक के पाठ्यक्रम पर आधारित होंगे। विषय संबंधी विभिन्न पाठ्यवस्तुओं को बच्चों तक किस प्रकार सफलतापूर्वक पहुँचाया जाए और विभिन्न परिस्थितियों में कक्षागत शिक्षण प्रक्रियाओं की जानकारी की समझ आधारित प्रश्न पूछे जा सकेंगे।
5. सामाजिक विज्ञान
सामाजिक विज्ञान विषय में पूछे जाने वाले प्रश्नों का उद्देश्य इस विषय के सिद्धांतों, समस्याओं एवं इनकी शिक्षाशास्त्रीय समझ की जाँच करना होगा । ये प्रश्न कक्षा 6 से 8 तक के पाठ्यक्रम पर आधारित होंगे परंतु उनसे जुड़े स्नातक स्तर के प्रश्न पूछे जा सकेंगे। इस प्रश्नपत्र के माध्यम से शिक्षकों के अपने आसपास के वातावरण की जानकारी, उनके माध्यम से बच्चों में विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर समझ एवं अनुप्रयोग की जानकारी देने के कौशल एवं अपने आसपास के पर्यावरण में उपलब्ध विभिन्न संसाधनों का अपनी सूझ के साथ बेहतर उपयोग कर पाने के कौशलों की जाँच की जा सकेगी।
Source:- CGVYAPAM ऑफिशियल वेबसाइट CGTET Guidline 2025।
Disclaimer:- इस पोस्ट में टंकित शब्दों और वाक्यों को त्रुटिरहित बनाने का पूरा प्रयास किया गया है फिर भी यदि कोई त्रुटि हुई हो तो CGVYAPAM के ऑफिसियल वेबसाइट पर प्रकाशित CGTET Guidline को ही सत्य एवं सही समझा जावे।
