हिंदी व्यंजन ध्वनियों में चार अन्तःस्थ व्यंजन है :
(A) श, ष, स, ह
(B) ङ, ञ, ण, म
(C) य, र, ल, व
(D) क्ष, त्र, ज्ञ, श्र
उत्तर= (C) य, र, ल, व
व्याख्या=हिन्दी वर्णमाला में 5 प्रकार के व्यंजन होते है। य, र, ल और व अंतःस्थ व्यंजन हैं। श, ष, स और ह ऊष्म व्यंजन हैं क्योंकि इसके उच्चारण में श्वास घर्षण के साथ बाहर आती है।ङ, ञ, ण और म को पञ्चमाक्षर व्यंजन या अनुनासिक व्यंजन कहते हैं क्योंकि इसका उच्चारण करते समय नासिका अर्थात नाक पर जोर पड़ता है। क्ष, त्र, ज्ञ, और श्र को संयुक्त व्यंजन कहते हैं, क्योंकि यह दो व्यंजनों के मेल से बना हुआ है। इसके अतिरिक्त ड़ और ढ़ द्वि गुण व्यंजन का प्रकार है।

